समझा दो मुझे (SAMJHA DO MUJHE) Hindi Paperback 2018
135.00
लेखक के बारे में
प्रस्तुत पुस्तक के लेखक/कवि/उपन्यासकार डाॅ. कैलाशचन्द शर्मा एक ऐसी शख्शियत हैं जो अपने आप में एक नायब हीरे की तरह है जो तमस की दुनियां में प्रकाशमान है। इसी कड़ी में लगभग दो दर्जन से अधिक पुस्तकों तथा उपन्यास, कहानी, लघुकथा, कविता जैसी विधाओं के रचनाकार डाॅ0 शंकी सहित्य जगत में अपना विशिष्ट स्थान रखते हैं। इनके लेखन में अनुभव की सहजता व व्यापकता का राष्ट्रबोध व राष्ट्रहित सर्वोपरि है। बहुत हर्ष का विषय है कि इनकी रचनाओं ने ‘राष्ट्रीय स्तर’ पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करवाई है। हिन्दी विधा के अतिरिक्त इन्होंने अंग्रेजी भाषा में भी कुछ पुस्तकें लिखी हैं और पाठकों के बीच अपनी अपनी पैठ बनाई है। शंकीजी को राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर कई पुरूस्कार प्राप्त हुऐ हैं। वर्तमान में भी इनका लेखन कार्य जारी है जो समाज को एक नई दिशा दिखाने में कामयाम हुए हैं।
Description
डॉ. कैलाश चंद शर्मा ‘शंकी’ में प्रस्तुत संग्रह में अपने मनोभावों को सरलता से अभिव्यक्त किया है लेकिन किसी विषय को लेकर मन में कोई उलझन है उसे सुलझाने में हमने संकोच नहीं करना चाहिए। शंकाओं का सामाधान करना बहुत जरूरी है, अगर हम अपनी शंकाओं का सामाधान नहीं करेंगे तो अपनी ही उलझनों में उलझकर ही रह जायेगें।
Product details
Paperback : 82 pages
Product forum : Paperback/Softback
ISBN : 978-93-87289-63-5
Item Weight : 150 g
Product Dimensions : 21.5 x 14.0 x 1.0 cm
Publisher : Utkarsh Prakashan, New Delhi
Language: : Hindi
Seller : Meri Kavita (“My Book Store”, Kalyan MH)
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