पूर्व मध्य-कालीन भारतीय समाज में महिलाओं की स्थितिः एक ऐतिहासिक अध्ययन 2021
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Book details
- Author : Dinesh Kumar
- Product forum : eBook
- ISBN-13 : 978-93-91143-07-7
- Dimensions : 26 x 19 cm
- Pages : 371 pages
- ISBN : Not Available
- Publisher :Bright MP Publisher
- Language: : Hindi
- Book Genre : Thesis
- Seller : Buks Kart “Online Book Store”.
पूर्वमध्यकालीन भारतीय समाज में महिलाओं की स्थिति का संबंध भौगोलिक, सामाजिक, प्राकृतिक, आर्थिक, धार्मिक और राजनीतिक इतिहास जन्य परिस्थितियों से जुड़ा हुआ रहा है। इतिहास की जानकारी प्राप्त करने के अनेक साधन है। इतिहास किसी भी कालक्रम का हो, उन सबका संबंध पुरातात्विक साक्ष्य, विभिन्न प्रकार के गं्रथो, संस्मरणों, ऐतिहासिक पुरूषों, महाअधिपतियों और समाज के अनेक प्राचीन कालखण्डों प्राचीनकाल, पूर्वमध्य काल, मध्यकाल, आधुनिक काल से है इन कालों में विभिन्न काल के प्रतिनिधियों का आविर्भाव हुआ जिन्होंने स्वयं इतिहास को आलोचना, समालोचना, विवेचना और विष्लेषण को ऐतिहासिक अनुसंधान के साथ जोड़कर दृष्टिपरक बनाया। आज के इतिहासकार के लिये इनका स्वतंत्र अस्तित्व कोई महत्व नहीं रखता है। परंतु प्राचीन इतिहासविदों एवं पुरातत्वविदों के दृष्टिकोण में समन्वय प्रधानता तथा व्यापकपरकता है।
Description
3000 ई.पू. से 2000 ई.पू. पूर्व आर्यन युग में महिलाएँ समाज में अपना विशिष्ट स्थान रखती थी। हड़प्पा और मोहनजोदड़ों के मूक प्रमाण बताते है कि आर्यो से पूर्व के सिंधु समाज में महिलाएँ विशेष स्थान पाती थी। कोई भी समाज जितना सुसभ्य व सुसंस्कत होगा महिलाओं की स्थिति वहां पर उतनी ही श्रेष्ठ होगी। सिंधु सभ्यता का समाज बेहद सुसभ्य और सुसंस्कृत था, इसलिए हम कह सकते है कि तब महिलाएँ भी समाज मे सम्मानजनक स्थान पर रही होगी।
About Author
लेखक हमारे ही सुसभ्य समाज से है जो एक शिक्षक है तथा अपनी सेवाएं दे रहे है। उनकी पीएचडी की डिग्री जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर से प्राप्त की है।