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Dukhiya Khortha Novel Paperback (March 2025)

Original price was: ₹ 250.00.Current price is: ₹ 200.00.

Books details

Author Dr. Kumari Shashi
Pages 100
Book Format Paperback
ISBN 13 978-81-19545-24-7
Dimensions 21.7 x 14.5 x 2.5 cm
Item weight 130 gm
Language Khortha
Publishing Year March 2025
Book Genre Novel
Publisher Bright MP Publisher
Seller Buks Kart “Online Book Store”
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Category:

Description

मानुसेक जिनगियें दुख आर सुख एगो चाक नियर घुरइत रह हइ, मंतुक दुखेक एगो सियांड़ी हवे, तकर बाद सुखेक बेरा आइ जाहे। मंतुक ई ‘दुखिया‘ उपनियास में साधना एगो गांवेक वइसन बेटी छउवा ही जकर कधियो सुखेक बेरा अइबे नाञ करइ। घर रहइते घर नाञ, मांय-बाप रहइते टुवर भइ जाही, भाय-बहिन, हित-मितर, आरो कतेक जोर-नार मनतुक केव आर साधनाक संग देथिन नाञ, हियां तइक की समाज से भी बहराय देलथिन, साधना भीतरे-भीतर कलपो ही, आंखीक लोर जिनगी भइर टपकइत रहल, आपन जिनगी से बेहिसाब लइड़-लइड़ के आगु बढ़इत रह ही, हाइर नाञ मानेक एगो किरिया खा ही आर एक दिन आपन सपुन पुरा कइर ले ही, मंतुक वइसन सपुनेक की काम, जकर आपन रहइते आपन नाञ। आखिर काहे ? भगवान एगो आंखी काजर आर एगो में धुरा करले हे, आखिर की दोस हामर ? एहे न कि हामर गाते हलइ एगो रोग………..।
हामर ई दुखिया उपनियास एगो ढांगा दिनेक ओसार घटल देखल भींजल घटना हइ। माने ई समाज में बेटा छउवाक सब नियर मानगोन हवे, भले ऊ अपंग हइ, हुंवे जदि कोइ बेटी छउवाक तनिको कुछ रह ही तो ओकर अपमान करे लागो हथ, आखिर काहे…..?
मने हवइ, ‘दुखिया‘ उपनियास तोहिन के पइढ़ के बेस लागइ आर बेटीक परती फरका-फरकी कोन्हो कुछो रहलो पर नांइ हवेक चाही।
आसा हइ, हामर संदेस रूपी ‘दुखिया‘ तोहिनेक आंखिक झावां के हटवत त आपन मेहनइत के सफल मानब।

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