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Chaiwala Hindi Short Stores Collection (January 2025)

Original price was: ₹ 250.00.Current price is: ₹ 200.00.

Book Details

AuthorNanhe Singh Thakur “Aadam”
Pages110
Book FormatPaperback
ISBN978-81-19545-62-9
Dimensions21.7 x 14.5 x 0.2 cm
Item weight160 gm
LanguageHindi
Publishing YearJanuary 2025
Book GenreShort Stories Collection
PublisherBMP PUBLISHER
SellerBuks Kart “Online Book Store”
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Description

“चायवाला” में लिखी गई लघुकथाएं वर्चुअल जगत के विविध मंचों से सम्मानित हुई हैं । यह एक ऐसी पुस्तक है जिसे आपके हाथों में सौंपते हुए हर्षित और गर्वित हूँ । लघुकथा कहानी और संवाद की इस पुस्तक में सृजित रचनाओं के लिए विविध मंचों से सम्मान पत्र मिले हैं। सम्मान पत्रों से लेखन हेतु उर्जा मिलती है जिनका विज्ञापन या अपेक्षा नहीं होना चाहिए । देने वाले के प्रति आभार भाव बस होना चाहिए । गद्य लेखन की तीन विधाओं की त्रिवेणी में संकलित रचनाओं के लक्ष्य और भाव पाठक के हृदय को छूते हैं तो यही मेरा पारितोषिक होगा । रचनाओं को  एक पुस्तक रूप देने में कई शुभेच्छु बंधुओं का सहयोग होता है तब हम पुस्तक को आकार दे पाते हैं । साहित्य उपवन रचनाकार मंच के रोहित रोज़ जी बहिन संगीता मिश्रा के साथ शब्दों की दुनियां के डॉ विनोद मिश्र और सुनीता रमन के साथ हमारे अग्रज प्रोफेसर नाथूराम जी राठौर सेवा निवृत्त जिला शिक्षा अधिकारी प्यारेलाल शर्मा का सतत मार्ग दर्शन प्राप्त होने पर ही सतत् सृजन की प्रेरणा मिली है । बिखरते रिश्ते और सपनों की उड़ान के बाद लघुकथा की तीसरी पुस्तक प्रकाशन के लिए सभी का आभारी हूँ । इस पुस्तक को अल्प समय में प्रकाशित करने के लिए ब्राइट एम.पी. प्रकाशन के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ ।

नववर्ष 2025 की शुभकामनाओं सहित……

“चायवाला” में लिखी गई लघुकथाएं वर्चुअल जगत के विविध मंचों से सम्मानित हुई हैं । यह एक ऐसी पुस्तक है जिसे आपके हाथों में सौंपते हुए हर्षित और गर्वित हूँ । लघुकथा कहानी और संवाद की इस पुस्तक में सृजित रचनाओं के लिए विविध मंचों से सम्मान पत्र मिले हैं। सम्मान पत्रों से लेखन हेतु उर्जा मिलती है जिनका विज्ञापन या अपेक्षा नहीं होना चाहिए । देने वाले के प्रति आभार भाव बस होना चाहिए । गद्य लेखन की तीन विधाओं की त्रिवेणी में संकलित रचनाओं के लक्ष्य और भाव पाठक के हृदय को छूते हैं तो यही मेरा पारितोषिक होगा । रचनाओं को  एक पुस्तक रूप देने में कई शुभेच्छु बंधुओं का सहयोग होता है तब हम पुस्तक को आकार दे पाते हैं । साहित्य उपवन रचनाकार मंच के रोहित रोज़ जी बहिन संगीता मिश्रा के साथ शब्दों की दुनियां के डॉ विनोद मिश्र और सुनीता रमन के साथ हमारे अग्रज प्रोफेसर नाथूराम जी राठौर सेवा निवृत्त जिला शिक्षा अधिकारी प्यारेलाल शर्मा का सतत मार्ग दर्शन प्राप्त होने पर ही सतत् सृजन की प्रेरणा मिली है । बिखरते रिश्ते और सपनों की उड़ान के बाद लघुकथा की तीसरी पुस्तक प्रकाशन के लिए सभी का आभारी हूँ । इस पुस्तक को अल्प समय में प्रकाशित करने के लिए ब्राइट एम.पी. प्रकाशन के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ ।

नववर्ष 2025 की शुभकामनाओं सहित……

नन्हें सिंह ठाकुर आदम

दमोह, (म. प्र.)

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